Thursday 15 October 2009

रिटेल मार्केट का बदलता नजारा

वर्ष 2007 में रिटेल मार्केट का नजारा बदलने वाला है। अब उपभोक्ताओं को इस क्षेत्र में असली लड़ाई देखने को मिलेगी। कई बड़े समूह बाजार पर छा जाने के लिए तैयार हैं। साल की पहली महत्वपूर्ण घटना रही है आदित्य विक्रम बिड़ला समूह द्वारा भारत के सबसे बड़े रिटेल नेटवर्क त्रिनेत्र समूह का अधिग्रहण। भले उत्तर भारत के लोग त्रिनेत्र के नाम से परिचित न हों पर दक्षिण भारत का यह एक लोकप्रिय नाम है। दक्षिण के चार प्रमुख राज्यों में इसके 175 से ज्यादा स्टोरों का नेटवर्क काम कर रहा है। त्रिनेत्र समूह को भारत के सबसे पुराने रिटेल नेटवर्क स्थापित करने का श्रेय जाता है। कुछ महीने पहले जब आदित्य बिड़ला समूह ने रिटेल सेक्टर में प्रवेश करने की बात कही थी तो यह उम्मीद थी कि वे अप्रैल 2007 से अपने स्टोरों को देश में खोलना आरंभ करेंगे। पर आजकल कारपोरेट सेक्टर में बने बनाए नेटवर्क को खरीदने या उसमें निवेश करने का चलन बढ़ा है। किसी भी नई कंपनी को अपना नेटवर्क बनाने और अपने ब्रांड को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने में काफी वक्त लगता है इस बात को बड़ी कंपनियां खूब समझती हैं।


भारत में रिटेल नेटवर्क को राष्ट्रीय परिदृश्य में लाने का श्रेय किशोर बियानी की पेंटालून समूह और आरपीजी समूह को जाता है। किशोर बियाना का बिग बाजार और आरपीजी रिटेल का स्पेंसर देश के कई बड़े शहरों में मेगा माल्स में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। पर इनसे भी पहले त्रिनेत्र ने दक्षिण भारत के लोगों के बीच अपनी अच्छी पैठ बना रखी थी। आदित्य विक्रम बिड़ला समूह कई क्षेत्रों में लीडर के रुप में प्रवेश करना चाहता है। पिछले साल उसने मोबाइल कंपनी आइडिया के अधिसंख्य शेयर कब्जा किया और एक सशक्त जीएसएम आपरेटर के रुप में खुद को स्थापित किया। बीमा और म्युचुयल फंड में बिरला सन लाइफ के रुप में उनकी पकड़ पहले से ही है। अब वे रिटेल में भी आ गए हैं। त्रिनेत्र के 90 फीसदी शेयर आदित्य विक्रम बिड़ला समूह ने खरीद लिए हैं। दक्षिण भारत में इस प्रकार रिटेल में उनकी उपस्थिति हो गई है। अब वे उत्तर भारत शहरों की ओर खुद को केंद्रित करना चाहते हैं।
अब अगर हम रिटेल सेक्टर में प्रमुख कंपनियों को देखें जिनके बीच उपभोक्ताओं को लेकर रोचक संघर्ष दिखाई देने वाला है उनमें प्रमुख नाम होंगे- 1. बिग बाजार (पेंटालून रिटेल) 2. स्पेंसर (आरपीजी रिटेल) 3. रिलायंस रिटेल (मुकेश अंबानी) 4. आदित्य विक्रम बिड़ला रिटेल (त्रिनेत्रा) 5. भारती वालमार्ट (सुनील मित्तल द्वारा परवर्तित 6.चौपाल (आईटीसी) 7. विशाल मेगा मार्ट 8. वीमार्ट 9. शुभिच्छा
इसके अलावा अपना बाजार, सबका बाजार सहित कई लोकल प्लेयर भी सुपर बाजारों की श्रंखला लेकर आ रहे हैं। सभी अपने स्टोरों में सामानों को सस्ते में बेचने का दावा कर रहे हैं। महानगरों लगभग सभी प्रमुख रिटेल स्टोरों की पहुंच बन चुकी है। अब इन बड़े बाजारों की दूसरे चरण में विस्तार की कोशिश में छोटे शहरों की सूची भी शामिल हो गई है। जैसे बिग बाजार ने हरियाणा के अंबाला और पानीपत जैसे शहर में अपने स्टोर आरंभ कर दिए हैं तो विशाल मेगा मार्ट हिसार, मेरठ वाराणसी और रांची जैसे शहरों में भी पहुंच गया है। अब बिग बाजार अपने छोटे स्टोर खोलकर जिला हेडक्वार्टर जैसे शहरों में पहुंचने की आकंक्षा रखता है। अभी भारत में ऐसे बड़े रिटेल स्टोरों के लिए प्रचूर संभावनाएं हैं।
---- विद्युत प्रकाश vidyutp@gmail.com

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